S245, 8. साधु-महात्मा, संन्यासी का क्या कर्तव्य है? What are the duties of a Sanyasi? - SatsangdhyanGeeta

Ad1

Ad2

S245, 8. साधु-महात्मा, संन्यासी का क्या कर्तव्य है? What are the duties of a Sanyasi?

8. साधु-महात्मा, संन्यासी का क्या कर्तव्य है?

 प्यारे लोगो ! 

महर्षि मेँहीँ सत्संग सुधा सागर 245
महर्षि मेँहीँ सत्संग सुधा सागर 245

     8. युद्ध भी करो और स्मरण भी करो।  'तन काम में मन राम में।' करम करै करता नहीं, दास कहावै सोय।' - कबीर साहब कर्म करते थे। उन्होंने अपने जीवन यापन के लिए किसी दूसरे पर भार नहीं दिया। 'थोड़ा बनिज बहुत है बाढ़ी उपजन लागे लाल मई।' संतोष उनको बहुत था। थोड़ा-सा काम करते थे, अपना जीवन-यापन जिससे हो। मतलब यह कि जो संन्यासी हो जाते हैं, उनका कर्तव्य हो जाता है कि वे संसार के पार को बतावें। संसार में सदा रहना नहीं है।




 
    प्रभु प्रेमियों ! सद्गुरु महर्षि मेँहीँ परमहंसी महाराज का यह प्रवचन नालन्दा जिलान्तर्गत भगवान महावीर और भगवान बुद्ध के विहार स्थल राजगीर में ५८वाँ अखिल भारतीय संतमत सत्संग का विशेषाधिवेशन दिनांक २८.१०.१९६६ ई० के प्रातःकालीन सत्संग में हुआ थाजिसमें उन्होंने उपरोक्त बातें कही थी । महर्षि मेँहीँ सत्संग सुधा सागर के सभी प्रवचनों में कहाँ क्या है? किस प्रवचन में किस प्रश्न का उत्तर है? इसे संक्षिप्त रूप में जानने के लिए  👉यहाँ दवाएँ। 



सद्गुरु महर्षि मेंही परमहंस जी महाराज के विविध विषयों पर विभिन्न स्थानों में दिए गए प्रवचनों का संग्रहनीय ग्रंथ महर्षि मेंहीं सत्संग-सुधा सागर
महर्षि मेँहीँ सत्संग-सुधा सागर
     अगर आप "महर्षि मेँहीँ सत्संग-सुधा सागर"' पुस्तक से महान संत सद्गुरु महर्षि मेँहीँ परमहंस  जी महाराज के  अन्य प्रवचनों के बारे में जानना चाहते हैं या इस पुस्तक के बारे में विशेष रूप से जानना चाहते हैं तो  👉 यहाँ दबाएं।

सद्गुरु महर्षि मेँहीँ परमहंस जी महाराज की पुस्तकें मुफ्त में पाने के लिए  शर्तों के बारे में जानने के लिए.  👉 यहाँ दवाए

--×--
S245, 8. साधु-महात्मा, संन्यासी का क्या कर्तव्य है? What are the duties of a Sanyasi? S245,  8. साधु-महात्मा, संन्यासी का क्या कर्तव्य है? What are the duties of a Sanyasi? Reviewed by सत्संग ध्यान on 5/24/2024 Rating: 5

कोई टिप्पणी नहीं:

प्रभु-प्रेमी पाठको ! ईश्वर प्राप्ति के संबंध में ही चर्चा करते हुए कुछ टिप्पणी भेजें। श्रीमद्भगवद्गीता पर बहुत सारी भ्रांतियां हैं ।उन सभी पर चर्चा किया जा सकता है।
प्लीज नोट इंटर इन कमेंट बॉक्स स्मैम लिंक

Ad

Blogger द्वारा संचालित.