5. क्या ईश्वर का निर्माण हुआ है?
धर्मानुरागिनी प्यारी जनता !
ईश्वर कभी हुआ है, ऐसा नहीं; वह हई है। कबसे है? इसका समय बताना असंभव है। देश और काल माया के फैलने में होते हैं। जब देश-काल नहीं थे, तबसे ईश्वर है। ईश्वर कितना पूर्व से है, कोई समय निर्धारित नहीं कर सकता। सबसे पहले का वह है। यह ज्ञान किसी धर्मवाले को पूछो कि ईश्वर सबसे पहले से है कि पीछे हुआ? सभी कहेंगे कि ईश्वर सबसे पहले का है। वह परम पुरातन, परम सनातन हैं। उससे पूर्व का और कोई सनातन नहीं है। वह अपने अतिरिक्त अवकाश छोड़कर रहता है, ऐसा नहीं।
सूर्य का गोला बहुत बड़ा है। इस पृथ्वी से कई हजार गुणा बड़ा है। लेकिन सूर्य की सब तरफ अवकाश है। तारामण्डल वा पृथ्वी-जिसको सौर जगत कहते हैं, वह भी अपना हद रखता है और उसकी चारो ओर अवकाश है। कबीर साहब ने कहा है कि ईश्वर के अतिरिक्त पहले कुछ नहीं था।
प्रथम एक सो आपे आप, निराकार निर्गुण निर्जाप। वह (परमात्मा) कभी बन गया है, ऐसा नहीं। किसी कारण से वह हुआ, सो भी नहीं। "
(महर्षि मेँहीँ सत्संग सुधा सागर, प्रवचन नंबर 209, मुरादाबाद १२.४.१९६५ ई० )
महर्षि मेँहीँ सत्संग-सुधा सागर |
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